Monday, October 27, 2014

Reconversions in Uttar Pradesh


There have been reconversion reports from Uttar Pradesh on Hindi media but not on English. Below is a news story that came this week from Jaunpur where allegedly 310 Christians were converted into Hinduism. 



ईसाई बने 310 ने पुन: हिंदू धर्म किया अंगीकार

जौनपुर : भूत-प्रेत व अंध विश्वास में भटककर ईसाई बने 30 परिवार के 310 लोगों ने रविवार को पुन: हिंदू धर्म अंगीकार किया। नगर के तूतीपुर मोहल्ले में आदि गंगा गोमती के तट पर स्थित राधा कृष्ण मंदिर पर हवन-पूजन के बाद हनुमान चालीसा व मां दुर्गा जी का लॉकेट वितरित किया गया।
नगर समेत विभिन्न गांवों के कई परिवार के लोगों ने ईसाई धर्म स्वीकार कर लिया। वह बाइबिल, क्रास प्राप्त कर चर्चो में जाते थे। हिंदू नाम धारण किए छद्म पादरी लोगों को बीमारियों, भूत-प्रेत से मुक्ति दिलाने के नाम पर बहला-फुसलाकर धर्म परिवर्तन कराता था। सामूहिक स्थान के अलावा कई घरों में भी प्रार्थना सभा का आयोजन होता था।
इस बात की भनक लगते ही हिंदूवादी संगठन सक्रिय हो गए। कई माह के अथक प्रयास के बाद धर्म से भटके तीस परिवारों ने पुन: घर वापसी पर सहमति जताई। ग्राम देवता पूजन समिति डीह के संयोजन में सुनील कुमार बिंद, सलोग यादव ने घर वापसी कार्यक्रम का आयोजन किया।
कार्यक्रम में उपस्थित लोगों ने सामूहिक रूप से हवन में भाग लिया। प्रांत धर्म जागरण प्रमुख रमापति जी की मौजदूगी में पुजारी फजीहत महराज ने तुलसी, गंगा जल पिलाकर शुद्धीकरण किया। इसके बाद क्षत्रिय परियोजना के विभाग प्रमुख विमल सिंह ने हिंदू धर्म को अंगीकार करने वाले परिवारों से बाइबिल व क्रास लेकर उन्हें हनुमान चालीसा व दुर्गा लॉकेट का वितरण किया। समारोह में उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए विमल सिंह ने कहा कि हिंदुओं को छद्म पादरी बहला-फुसलाकर धर्म परिवर्तन करा रहा है। ऐसा नहीं होने दिया जाएगा।
नट-भाट परियोजना प्रमुख संतोष कुमार सेठ ने कहा कि अंग्रेजों को किसी तरह से हमारे पूर्वजों ने बाहर करके देश को आजादी दिलाई। आज फिर भाई-भाई को लड़ाने का कार्य किया जा रहा है। राष्ट्र को सामाजिक व भौगोलिक रूप से तोड़ने का प्रयास चल रहा है। जनमानस को सजग रहना होगा।
जाति-बिरादरी प्रमुख चंद्रबली बिंद ने कहा कि कथित पादरियों ने क्षेत्र के दो सौ हिंदू परिवारों का अंध विश्वास व छूआछूत का झूठा आडंबर फैलाकर धर्म परिवर्तन करा दिया। सरकार इन पादरियों के खिलाफ कार्रवाई करे।
हिंदू धर्म अंगीकार करने वाले प्रमुख लोगों में शंकर बिंद, कुसुमलता, मीना, जवाहर, सिकंदर बिंद, मनोज बिंद, राम दुलार, सुरेश, सतीश, शारदा देवी, कन्हैया लाल के अलावा कांशी राम आवास सिद्दीकपुर के दो, भंडारी, खुरचनपुर के दो परिवार, गोधना गांव के तीन, शिकारपुर के तीन परिवार के लोगों समेत 310 लोग हैं।
कार्यक्रम में प्रमुख रूप से बेचू बिंद, वीरू बिंद, छोटक बिंद, रमेश बिंद, महेश सोनी, सुरेंद्र यादव, राहुल कुमार सेठ, सुनील सोनकर, बलजीत सिंह, भूपेंद्र प्रताप सिंह, ठाकुर मनोज कुमार सिंह, मानचल सोनी, आशीष, राम प्रसाद, बृजेश कुमार आदि थे।

Source

310 लोगों ने की घर वापसी, ईसाई छोड़ दोबारा बने हिंदू

जौनपुर में चार साल पहले धर्म परिवर्तन कर ईसाई धर्म अपनाने वाले 30 परिवारों के 310 सदस्यों ने दोबारा हिंदु धर्म को अपना लिया है। उनका धर्म परिवर्तन ग्राम सेवा पूजन समिति की ओर से कराया गया। ब्राह्मणों ने हिंदू धर्म अपनाने वाले लोगों से बाइबिल का त्याग कराकर हवन पूजन करवाया। इसके बाद उन्हें गीता और हनुमान चालीसा दी गई।
कोतवाली थानाक्षेत्र के तुतीपुर मोहल्ले में रहने वाले करीब 30 परिवारों ने चार साल पहले हिंदू धर्म त्यागकर ईसाई धर्म को अपना लिया था। इसके बाद हिंदू संगठनों में हलचल पैदा हो गई थी। तभी से हिंदु संगठन उन्हें दोबारा घर वापसी कराने में जुट गए थे। इसका परिणाम यह रहा कि चार साल बाद इन लोगों ने दोबार हिंदू धर्म अपनाने का फैसला किया।
रविवार को तुतीपुर घाट पर बने मंदिर पर सभी ईसाइयों को बुलाया गया और इन्हें हिंदू धर्म में शामिल कराया गया।
नट/भाट परियोजना के प्रमुख संतोष सेठ का कहना है कि आज हमारी प्राचीन परम्पराएं पश्चिमी सभ्यता के कारण खतरे में है।
चार साल पहले ईसाई धर्म अपनाने वाले मनोज बिंद ने बताया कि अपने परिवार के आठ सदस्यों के साथ उन्होंने भी धर्म परिवर्तन कर ईसाई धर्म को अपना लिया था। लेकिन बाद में ग्राम सेवा पूजन समिति की तरफ से चलाए जा रहे घर वापसी पूजन कार्यक्रम की वजह से हमने दोबारा हिंदु धर्म अपना लिया।

Source