बदायूं। राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के विभाग प्रमुख विद्याराम पाण्डेय ने कहा कि सहसवान तहसील के ग्राम खिरकवारी में चर्च अभी भी मौजूद है। उस स्थान को मंदिर का रूप दिया जायेगा। कहा कि संघ का घर वापसी अभियान जारी रहेगा। पांच साल में ब्रज क्षेत्र से पादरियों को भगा देंगे।
संघ कार्यालय पर गुरूवार को पत्रकारों के साथ बातचीत कर रहे श्री पाण्डेय ने कहा कि खिरकवारी में ढाई सौ ईसाई पुन: हिन्दू बन चुके है। वहां के जब सभी लोग हिन्दू बन चुके है तो वहां चर्च का क्या काम। उसी स्थान को मंदिर का रूप देने की तैयारी की जा रही है। उन्होंने कहा कि खिरकवारी में पूर्व प्रधान प्रेमचन्द के नाम से चर्च की स्थापना हुयी थी। उन्हीं के साथ सभी लोग पुन: हिन्दू बन चुके है।
गत दिवस एक पादरी द्वारा खिरकवादी की घटना पर टिप्पणी करने को ओछी मानसिकता का परिचायक बताया। उन्होंने कहा कि ईसाई मिशनरियां हिन्दू आबादी का अपहरण कर रही है। इसे अब और बर्दाश्त नहीं किया जायेगा। प्रलोभन देकर दलितों को ईसाई बनाने और चर्च की स्थापना करने के विरोध में अभियान चल रहा है। अब तक 25 चर्चे धर्म जागरण विभाग अपने कब्जे में ले चुका है। अब तक ब्रज प्रांत में 50,000 लोगों की घर वापसी हो चुकी है।
धर्म जागरण विभाग प्रमुख अजय पाल ने कहा कि खिरकवारी में चर्च होने और वहां पादरी के पहुंचने की खबर लगने के बाद ही वहां ईसाई बने लोगों को फिर हिन्दू बनाने की प्रक्रिया शुरू की गयी। उन्होंने कहा कि जिस दिन खिरकवारी में शुद्धिकरण का कार्यक्रम आयोजित किया गया था उस दिन पुलिस पहले से ही गांव में पहुंच गयी थी। उन्होंने कहा कि हिन्दू धर्म सबसे प्राचीन और वैभवशाली है, अब कोई भी हिन्दू, ईसाई मिशनरियों के बहकावें में आने वाला नहीं है।
Source: http://in.jagran.yahoo.com/news/local/uttarpradesh/4_1_4851514.html